पीएम-कुसुम योजना को लेकर सांसद दर्शन सिंह ने सदन में रखा विषय अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने के लिए प्रधानमंत्री का माना आभार  पोर्टल खोलने की समय अवधि में वृद्धि की सांसद ने की मांग सौर ऊर्जा से उत्पादित अधिशेष विद्युत के मूल्य निर्धारण का सांसद ने किया आग्रह नई दिल्ली लोकसभा सदन में बुधवार को होशंगाबाद नरसिंहपुर लोकसभा सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय से संबंधित तारांकित प्रश्न क्रमांक 364 के माध्यम से प्रश्न रखा जिसका नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने जवाब में बताया कि पीएम-कुसुम, किसानों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे ये अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता बनकर अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इस योजना के मुख्य लाभ और सकारात्मक प्रभावों से अवगत कराया।‌ प्रति प्रश्न करते हुए सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि मोदीजी के कुशल नेतृत्व पीएम-कुसुम योजना संचालित की जा रही है जो कि किसानों को सौर ऊर्जा के माध्यम से अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्जादाता बनकर अपनी आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है। जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं।

सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने सदन के माध्यम से आवश्यक तीन प्रकार के सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा कि पहली इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट से संबंधित दूसरी ऊर्जा विभाग से संबंधित और तीसरी बैंकिंग से संबंधित इनमें किसान के लिए मॉनिटरिंग व्यवस्था का अभाव है किसान को किससे संपर्क करना है कहां संपर्क करना है इसकी जानकारी नहीं है। एक अवधारणा बनती जा रही है कि कुछ लोग ही इस योजना का लाभ ले सकते हैं जबकि इस योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य छोटे और सीमांत कृषकों को लाभ पहुंचाना है। 

सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि पीएम कुसुम योजना के तहत सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना से सिंचाई के लिये आवश्यक विद्युत आपूर्ति के पश्चात यदि किसान सौर ऊर्जा संयंत्रों से उत्पादित अधिशेष विद्युत को बेचने में सक्षम होते हैं, तो अधिशेष विद्युत का मूल्य निर्धारण किया जावे। पीएम कुसुम योजना के पंजीकरण के लिए पोर्टल नियमित आधार पर खुले महीने में दो दिन की अपेक्षा पोर्टल खोलने की समयावधि में वृद्धि की जाए।

न्यूज़ सोर्स : New delhi