लोकसभा में इमिग्रेशन एंड फॉरेन बिल 2025 पर हुई चर्चा केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लिया हिस्सा

लोकसभा में इमिग्रेशन एंड फॉरेन बिल 2025 पर हुई चर्चा केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लिया हिस्सा विधेयक का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री का सांसद ने किया आभार यह विधेयक देश की सुरक्षा संप्रभुता और सशक्त भविष्य के लिए है आवश्यक : सांसद दर्शन सिंह चौधरी संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण में गुरुवार को लोकसभा में इमिग्रेशन एंड फॉरेन बिल 2025 (अप्रवासन और विदेशी विधेयक) पर चर्चा हुई। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिया हिस्सा लिया। लोकसभा सदन में इमीग्रेशन एंड फॉरेनर्स बिल का समर्थन करते हुए होशंगाबाद नरसिंहपुर लोकसभा सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने कहा कि मैं इस सदन के माध्यम से देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी का एवं माननीय गृह मंत्री जी का धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने अप्रवासन और विदेशी विधेयक 2025 को लाकर हमारे देश सुरक्षा संप्रभुता और सशक्त भविष्य को संरक्षित करने का कार्य किया है। यह केवल कानूनी मसौदा नहीं है बल्कि भारत की संप्रभुता नागरिकों की सुरक्षा व भलाई से जुड़ा एक ऐतिहासिक कदम है। यह एक संकल्प है देश को सुरक्षित संरक्षित और संगठित बनाने का, यह एक वचन है देश की सीमाओं को सुरक्षित करने का हम अपने देश को उस स्थिति में नहीं पहुंचने देंगे जहां देश की सीमाएं असुरक्षित हो। हमारी सीमाएं पाकिस्तान चीन अफगानिस्तान नेपाल म्यांमार भूटान बांग्लादेश से जुड़ी है। हमारी जमीनी सीमाएं 15106 किलोमीटर एवं समुद्री सीमाएं 7516 किलोमीटर है। इन सीमाओं पर अवैध घुसपैठ एवं सुरक्षा संबंधी चुनौतियां इस बिल को लाने पर मजबूर करती हैं। 2023 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में विदेशी नागरिकों की संख्या 20 लाख 33 थी और अकेले असम में अवैध बांग्लादेशियों अप्रवासियों की संख्या 10 लाख से अधिक थी। जिससे स्थानीय स्थानीय जनसंख्या संतुलन एवं संसाधनों में गहरा प्रभाव पड़ा है। आज, जब दुनिया भर में आप्रवासन को लेकर नई नीतियाँ बन रही हैं, तब भारत पीछे नहीं रह सकता। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, और जर्मनी जैसे देश अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने और अवैध अप्रवासियों को रोकने के लिए कड़े कानून लागू कर चुके हैं। तो हम क्यों पीछे रहें। सांसद चौधरी ने कहा कि इस विधेयक से अवैध अप्रवास पर रोक लगेगी, राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता मिलेगी, स्थानीय नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा होगी।मैं इस सदन और देशवासियों से अपील करता हूँ कि हम सभी मिलकर इस विधेयक का समर्थन करें। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने का अवसर है। यह हमारी मातृभूमि की रक्षा का संकल्प है।