311 रनों की बढ़त से इंग्लैंड हावी, भारत पर पारी से हार का मंडराया खतरा
नई दिल्ली : भारतीय टीम पर इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में पारी से हार का खतरा मंडरा रहा था। पहली पारी में इंग्लैंड ने 669 रन ठोक दिए थे। यह टेस्ट इतिहास में इंग्लैंड का अपने घरेलू मैदान पर तीसरा सबसे बड़ा स्कोर है। ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर यह किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर है। भारत के खिलाफ इंग्लैंड ने इससे पहले सिर्फ एक बार से इससे बड़ा स्कोर बनाया था। शुभमन गिल की टीम ने मैच की पहली पारी में 358 रन ही बनाए थे। इंग्लैंड ने पहली पारी में ही 311 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली है।
इंग्लैंड का अपने घर में सबसे बड़ा स्कोर
- 903/7 vs ऑस्ट्रेलिया (1938)
- 710/7 vs भारत (2011)
- 669 vs भारत (2025)
- 658/8 vs ऑस्ट्रेलिया (1938)
टेस्ट इतिहास में 7वीं बार किसी टीम ने पहली पारी में 350 रन बनाने का बाद भी 300 से ज्यादा रनों की लीड दे दी है। भारतीय टीम के साथ ही यह तीसरी बार हुआ है। 1997 में श्रीलंका के खिलाफ भारत ने 537 रन बनाने के बाद 952 रन दिए थे। 2009 में अहमदाबाद टेस्ट में 426 रन बनाने के बाद भी श्रीलंका को भारत ने 334 रनों की लीड दे दी थी।
मैच के चौथे दिन पहले सेशन में इंग्लैंड की पहली पारी सिमट गई। जो रूट ने 150 तो कप्तान बेन स्टोक्स ने 141 रनों की पारी खेली। भारत की तरफ से रविंद्र जडेजा ने 4 विकेट लिए लेकिन उन्होंने 143 रन खर्च किए। वहीं जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में पहली बार पारी में 100 से ज्यादा रन खर्च किए। उन्हें दो विकेट मिले। मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर ने भी 100 से ज्यादा रन दिए।
इंग्लैंड के लिए 10वें नंबर पर उतरे ब्रायडन कार्स ने 54 गेंद पर 47 रन बनाए। उन्होंने कप्तान बेन स्टोक्स के साथ 9वें विकेट के लिए 96 गेंद पर 95 रन जोड़े। इंग्लैंड के लिए सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने 94 जबकि जैक क्राउली ने 84 रन बनाए थे। ओली पोप के बल्ले से भी फिफ्टी निकली थी।