खालिस्तानी आतंकी करनबीर सिंह गिरफ्तार: दिल्ली पुलिस ने पंजाब ग्रेनेड हमले के मास्टरमाइंड को पकड़ा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने खालिस्तान समर्थक और प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े एक और आरोपी करनबीर उर्फ करन को गिरफ्तार कर एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है. करनबीर को 26 जुलाई 2025 को पंजाब के गुरदासपुर से गिरफ्तार किया गया. आरोपी के खिलाफ स्पेशल सेल थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज है.
आरोपी अमृतसर के चनांके का रहने वाला है. पुलिस की पूछताछ में करनबीर ने यह कबूल किया है कि वह अप्रैल 2025 में पंजाब के बटाला जिले के किला लाल सिंह थाने पर हुए ग्रेनेड हमले में भी शामिल था. इस हमले की जांच फिलहाल एनआईए कर रही है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (नई दिल्ली रेंज) की टीम, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर सतीश राणा और इंस्पेक्टर अशोक कुमार भड़ाना कर रहे थे और एसीपी हृदय भूषण और राहुल विक्रम के पर्यवेक्षण में काम कर रही थी ने यह कार्रवाई की.
आकाशदीप उर्फ बाज को MP से किया गया था अरेस्ट
इससे पहले 22 जुलाई को अमृतसर के ही आकाशदीप उर्फ बाज को मध्य प्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया था. वह भी ग्रेनेड हमले में शामिल था. उसकी गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर ‘हैप्पी पसिया’, ‘मन्नू अगवान’ और ‘गोपी नवांशहरिया’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. ये सभी बब्बर खालसा इंटरनेशनल के सक्रिय सदस्य माने जाते हैं और दिल्ली को भी धमकी दी गई थी.
आकाशदीप की पूछताछ के आधार पर करनबीर तक पुलिस पहुंची और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. करनबीर 12वीं पास है और सोशल मीडिया के ज़रिये विदेश में बैठे एक आतंकी हैंडलर के संपर्क में था, जो BKI की ओर से ऑपरेशन चला रहा था. साल 2024 में करनबीर एक पश्चिम एशियाई देश भी गया था. पूछताछ में यह सामने आया है कि ग्रेनेड हमले के लिए उसे विदेश से पैसे भी मिले थे.
BKI के नेटवर्क को लेकर कई अहम खुलासे
उसने हमले से पहले दो हमलावरों को अपने घर पर ठहराया था, जिन्होंने बाद में किला लाल सिंह थाने पर हमला किया. उसके भाई गुरसेवक को पहले ही इसी मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है. दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है. इस गिरफ्तारी से BKI के नेटवर्क और ऑपरेशनल तरीकों को लेकर कई अहम जानकारियां सामने आई हैं.