दिल्ली के नांगलोई स्थित कमरुद्दीन नगर इलाके में सोमवार सुबह करीब 7 बजे दो मंजिला जर्जर इमारत ढह गई. हादसे के वक्त इमारत में कई लोग थे, जो कि किराएदार थे. इसमें करीब 15-16 लोगों के दब गए. वहीं 8 वर्षीय मासूम हंस की मौत हो गई. वह तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा था. हंस के पिता मजदूरी करते हैं और वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के निवासी है.

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग व फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और लोगों को मलबे से बाहर निकाला. इसमें से 3-4 लोग गंभीर रूप से घायल थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इमारत बेहद जर्जर स्थिति में थी और दशकों पुरानी थी. इमारत को लेकर स्थानीय लोगों ने पहले ही चिंता जताई थी.

पड़ोसी जाहिद खान ने बताया कि हादसे के समय धमाके जैसी आवाज आई, जिसके बाद उन्होंने देखा कि इमारत भरभराकर गिर गई है. अधिकतर किराएदार उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. फिलहाल पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए नांगलोई थाने ले जाया गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस खतरनाक इमारत को लेकर प्रशासन को पहले ही सूचित किया गया था, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. अधिकारियों का कहना है कि मलबा हटाने का काम जारी है और हादसे की जिम्मेदारी तय करने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी.