यस बैंक ने मंगलवार को बताया कि उसकी फंड जुटाने की योजना को बोर्ड मीटिंग में मंजूरी दी गई है. बैंक ने इक्विटी और डेट सिक्योरिटीज के जरिये फंड जुटाएगा. इसके साथ ही बोर्ड ने शेयर खरीदने से जुड़े नियमों में भी बदलाव को मंजूरी दी है, ताकि जापानी बैंकिंग कंपनी SBMC की तरफ से यस बैंक में 20 फीसदी की हिस्सदारी खरीदने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके. वहीं, इस बीच मंगलवार को ही एक बल्क डील के जरिये ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म Carlyle group ने अपनी 2.6 फीसदी हिस्सेदारी को 1,775 करोड़ रुपये में एक ओपन मार्केट सौदे में बेच दिया.

शेयर खरीद समझौते की शर्तें बदली गईं

SBMC यानी सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन और भारतीय स्टेट बैंक के बीच मई में हुए शेयर खरीद समझौते को पूरा करने के लिए यस बैंक के बोर्ड ने आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन परसुएंट में संशोधन की भी घोषणा की है. जापानी बैंकिंग कंपनी एसबीएमसी यस बैंक में 20 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेगी. इसके लिए यह संशोधन करना जरूरी था.

बोर्ड के फैसले पर बैंक ने क्या कहा?

बैंक ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा, हम बताना चाहते हैं कि बैंक के बोर्ड ने 3 जून, 2025 को आयोजित अपनी बैठक में अन्य बातों के साथ-साथ बैंक की तरफ से 16 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना को मंजूरी दी है. इसके साथ ही बोर्ड ने अपने शेयर खरीद समझौते की शर्तों को रूल करने वाले आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन परसुएंट में संशोधनों को मंजूर किया है.

इक्विटी से जुटाए जाएंगे 7,500 करोड़ रुपये

बैंक ने बताया कि सभी स्वीकार्य साधनों के जरिये इक्विटी सिक्यारिटीज जारी करके धन जुटाया जाएगा. इस तरीके से कुल राशि 7,500 करोड़ से अधिक नहीं होगी. इस तरह इक्विटी का डाइलूशन 10 फीसदी से ज्यादा नहीं होगा.

कर्ज के जरिये जुटाए जाएंगे 8,500 करोड़

बैंक ने बताया कि भारतीय या विदेशी मुद्राओं में डेट सिक्योरिटीज जारी कर कुल 8,500 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे. इसके लिए कंपनी एक या एक से अधिक किश्तों में घरेलू और विदेशी बाजार में डेट सिक्योरिटीज जारी करेगी.